योजनाएँ

  1. नि:षुल्क पाठयपुस्तक वितरण :- छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामण्डलम द्वारा संस्कृत पाठषालाओं में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को प्रतिवर्ष नि:षुल्क पाठयपुस्तक प्रदान किया जा रहा है |
  2. नि:षुल्क सायकल वितरण :- संस्कृृत विधालयों में अध्ययनरत छात्राओं को नि:षुल्क सायकल उपलब्ध करार्इ जा रही है।
  3. नि:षुल्क गणवेष वितरण :- छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामण्डलम संस्कृत पाठषालाओं में पढ़ने वाले समस्त छात्र-छात्राओं को नि:षुल्क गणवेष प्रदान कर रहा है। इसके अन्तर्गत बालकों को धोती, कुर्ता एवं बालिकाओं को साड़ी, पेटीकोट, ब्लाऊज प्रदान किया जाता है।
  4. संस्कृत अध्ययन प्रोत्साहन राषि :- प्राच्य संस्कृत पाठषालाओं में अध्ययनरत छात्रो-छात्राओं संस्कृत विधामण्डलम की ओर से संस्कृत अध्ययन हेतु प्रोत्साहन राषि प्रदान की जाती है।
  5. विधालयों को कम्प्यूटर :- संस्कृत विधालयों के आधुनिकीकरण के अन्तर्गत विधालयों को मण्डलम से कम्प्यूटर प्रदान किया जा रहा है।
  6. परीक्षा का संचालन :- छ.ग. संस्कृत विद्यामण्डलम पूर्व मध्यमा प्रथम व द्वितीय तथा उत्तर मध्यमा प्रथम व द्वितीय वर्ष में अध्ययन करने वाले विधार्थियों के लिए बोर्ड परीक्षा का संचालन स्वयं करता है।
  7. प्रषिक्षण :- प्राच्य संस्कृत पाठषालाओं में कत्र्तव्यस्थ अध्यापकों के लिए समय-समय पर छ.ग. संस्कृत विद्यामण्डलम प्रषिक्षण एवं उन्मुखीकरण कार्यषाला। का आयोजन करता है। इसके माध्यम से षिक्षकों को गुणवत्तापूर्ण अध्यापन के लिए प्रेरित किया जाता है तथा नवाचार के लिए भी प्रोत्साहित किया जाता है।
  8. मान्यता :- नवीन विधालय प्रारंभ करने के लिए आवष्यक षर्त को पूर्ण करने वाली समिति या संस्था को मान्यता प्रदान करने का कार्य संस्था द्वारा किया जाता है।
  9. निरीक्षण :- छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामण्डलम के अध्यक्ष, सचिव एवं अन्य अकादमिक सदस्यों द्वारा विधालयों का आकसिमक निरीक्षण भी किया जाता है।
  10. वित्तीय सहायता :- छ.ग. संस्कृत विद्यामण्डलम प्राच्य संस्कृत पाठषालाओं को समय-समय पर वित्तीय सहायता प्रदान करता है साथ ही षासन से एवं राष्ट्रीय संस्कृत संस्थानम नर्इ दिल्ली के माध्यम से वित्तीय सहायता दिलाने की दिषा में प्रस्ताव प्रेषित करता है।
  11. सम्मान :- छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामण्डलम द्वारा 2012 से राष्ट्रीय स्तर एवं राज्य के संस्कृत विद्वानों को संस्कृत के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मान की योजना है।
  12. प्रकाषन :- छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामण्डलम ने राज्य के संस्कृत लेखकोंव विद्वानों की कृतियों को प्रकाषित करने कार्य प्रारंभ किया है।
  13. पाठयपुस्तक का प्रकाषन :- संस्कृत पाठषालाओं में अध्ययनरत विधार्थियों के लिए पाठयसामग्री विकसित कर पाठयपुस्तकों का प्रकाषन छ.ग. पाठयपुस्तक निगम के माध्यम से कराकर विधालयों में वितरित करता है।
  14. संस्कृत सप्ताह व जयंती का आयोजन :- छत्तीसगढ़ संस्कृत विधामण्डलम साहितियक सांस्कृतिक गतिविधियों सहित विधालय एवं राज्य स्तर पर संस्कृत भाषा का प्रचार-प्रसार करता है। इसके अन्तर्गत संस्कृत सप्ताह, वाल्मीकि जयंती, कालिदास जयंती एवं गीताजयंती का आयोजन किया जाता है।